2,953 Views
गोपाल भैया की “घर वापसी” का तूफान 13 सितंबर को मचाएगा राजनीतिक भौचाल…
प्रतिनिधि।
गोंदिया। पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में घर वापसी करने पर मशहूर शायर मुजफ्फर वारसी का एक शेर याद आया, ” ग़र तूफ़ान में हो नाव तो कुछ सब्र भी आ जाए, साहिल पे खड़े हो के तो डूबा नहीं जाता..।
कुछ ऐसा ही गोपाल भैया के साथ हुआ है। वर्ष 2019 का विधानसभा चुनाव भाजपा से लड़ने वाले गोपालदास अग्रवाल को टिकट तो भाजपा ने दी, पर भाजपाइयों ने ही उन्हें पराजित करने का कार्य कर गोंदिया में कमल को खिलने से रोकने का कार्य किया। ये बात खुद गोपाल भैया अपने भाषण में भाजपा के दिग्गज नेताओं के सामने अनेक बार कह चुके है।
पराजित होने के बावजूद गोपाल भैया पांच साल भाजपा के लिए मेहनत करते रहे, लोकसभा चुनाव में 35 हजार की लीड दिलाने में अहम भूमिका निभायी, अनेक स्थानिक चुनावों में जीत दर्ज कराई। बावजूद भाजपा ने बागियों को साथ देकर उन्हें पोषण देने का कार्य कर गोपाल भैया को हाशिये पर रखा। अब आगामी विधानसभा चुनाव सर पर है, ऐसे में भी भाजपा नेताओं के दोहरे चरित्र से दुखी होकर उन्हें कांग्रेस में घर वापसी करनी पड़ी। तभी तो शायर कह रहा है कि, साहिल पर खड़े हो के तो, डूबा नही जाता।
73 साल के गोपाल भैया में अभी भी इतनी फुर्ती है कि उनका विदर्भ के शुमार नेताओ में नाम आंका जाता है। वे कहते है, “मैं बहाव हूँ तुम मुझको थाम नही पाओंगे, डूबने पर भी सागर को जान नही पाओगें..।
गोपाल भैया की जिद्द है कि जो कार्य करने का उनका स्वप्न रहा है वे कार्य पांच सालों से रुके हुए है। वे उन कार्य को साकार करने फिर मैदान में है। उनके कार्यकाल के दौरान, शासकीय मेडिकल कॉलेज, शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, एएनएम, जीएनएम नर्सिंग कॉलेज, नवीन प्रशासकीय इमारत, पंचायत समिति भवन, न्याय मंदिर इमारत, पुलिस वसाहत इमारत, रामनगर थाना, सिटी थाना, ग्रामीण थाना, रॉवनवाड़ी थाना इमारत, बायपास सड़क मार्ग, ओवर ब्रिज, रेलवे ब्रिज आदि जैसे अनेक महत्वकांक्षी कार्य है जो गोपाल भैया ने विधायक रहते हुए किये है।
पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल ने भाजपा में जाने का निर्णय सिर्फ गोंदिया के विकास को लेकर किया था, अब वे कांग्रेस में घर वापसी कर इसे आगे बढाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि ये सीट महाविकास आघाडी में कांग्रेस को ही मिलेगी, क्योंकि ये सीट कांग्रेस की सीट रही है।
13 सितंबर को उनकी घर वापसी का जलसा सर्कस मैदान में आयोजित किया गया है जहां, प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्निथला, प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान सहित अनेक दिग्गज नेताओं की उपस्थिति में घर वापसी करेंगे।
गोपाल भैया की घर वापसी से गोंदिया विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक भौचाल मच गया है। भाजपा को डर है कि, कही गोपाल भैया के तूफान में भाजपा की बाढ़ी न साफ हो जाये। भाजपा ने तो गोंदिया ग्रामीण मंडल और शहर की कार्यकारिणी भी बर्खास्त कर दी।